Rumored Buzz on shiv chalisa lyrics in hindi

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।।

अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

जय जय जय अनंत अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी ॥

मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

This informative article demands additional citations for verification. Remember to enable boost this text by including citations to trusted sources. Unsourced product can be challenged and taken off.

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ website सुनावे॥

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *